फ़िल्म – बजरंगी भाईजान
इक दिन मोहब्बत ओढ़ कर
इक दिन गली के मोड़ पर
तेरी हथेली पर लिखू मेरा नाम तेरे नाम पर
फिर तू तक़ल्लुफ़ छोड़ कर
फिर तू झुका कर के नज़र
रखना मेरे कांधे पे सर
ज़िन्दगी….
कुछ तो बता… ज़िन्दगी…
अपना पता… ज़िन्दगी…
कुछ बता… ज़िन्दगी….
अपना पता ज़िन्दगी…
तारों भरी इक रात में
तेरे ख़त पढेंगे साथ में
कोरा जो पन्ना रह गया
एक कांपते से हाथ में
थोड़ी शिकायत करना तू
थोड़ी शिकायत मैं करूँ
नाराज़ बस ना होना तू
ज़िन्दगी…
कुछ तो बता… ज़िन्दगी…
अपना पता… ज़िन्दगी…
कुछ बता… ज़िन्दगी…..
अपना पता ज़िन्दगी….
कोई रस्ता, कोई डगर
कोई निशाँ तो दे मुझे
कुछ तो बता, ज़िन्दगी…
ज़िन्दगी… ज़िन्दगी…
कुछ तो बता, ज़िन्दगी….
अपना पता… ज़िन्दगी
कुछ तो बता… ज़िन्दगी
अपना पता ज़िन्दगी…ज़िन्दगी..