कहानीवाला (Kahaniwala) नौ बजे कहानी कहना शुरू करता। गाँव के बीचोंबीच वाली चौकी पर बैठक जमती। आसपास पानी छिड़का जाता, फिर लगती कतार से चारपाइयाँ और मूढ़े। उनके आने का…
कहानीवाला (Kahaniwala) नौ बजे कहानी कहना शुरू करता। गाँव के बीचोंबीच वाली चौकी पर बैठक जमती। आसपास पानी छिड़का जाता, फिर लगती कतार से चारपाइयाँ और मूढ़े। उनके आने का…