दिसम्बर मेरा मनपसंद महीना है। गुलाबों का महीना…साल भर की यादों को दुहराने का महीना। आने वाले साल के लिए उम्मीद के नए बीज बोने का महीना। तो पिछले साल …
Invited Authors
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कहानीवाला (Kahaniwala) नौ बजे कहानी कहना शुरू करता। गाँव के बीचोंबीच वाली चौकी पर बैठक जमती। आसपास पानी छिड़का जाता, फिर लगती कतार से चारपाइयाँ और मूढ़े। उनके आने का …
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ड़क किनारे खूब सारे रंग नज़र आये… लाल, पीला, हरा, काला। थोड़ी और पास गयी तो पता चला मूर्तियाँ (moortiyan) थीं। शायद उन रंगों का ही जादू था जिसने मुझे …
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वो हरदिल अज़ीज़ हैं, वो ठुमरी क्वीन हैं, वो हमारी आपकी गिरिजा देवी (Girija Devi) हैं। संगीत की दुनिया का पूरा चाँद, बनारस घराने का नूर हैं वो… शास्त्रीय संगीत …
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बिस्मिल्लाह खान को गए हुए एक दशक से ज्यादा हो गए, लेकिन आज भी जब शहनाई का ज़िक्र होता है तो अपनी आंखों से खेलते हुए मासूमियत से शहनाई बजाते …
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Sighting the elegance of a tiger in wild is like sighting the Taj Mahal, which is beyond the capture of a mere photograph. More so, in the case of a …