जब ज़िंदगी की रफ़्तार तेज़ हो जाए, तो कभी-कभी सबसे अच्छा जवाब होता है एक अच्छी किताब उठाना और धीमे पन्ने पलटना—यहीं से शुरू होता है ‘स्लो इम्प्रिंट’ का ये नया सफर। गाँव कनेक्शन और वेस्टलैंड एका प्रस्तुत करते हैँ नया सह- प्रकाशन – “स्लो इंप्रिंट”
स्लो इंप्रिंट, द स्लो मूवमेंट की प्रकाशन इकाई है| यह मूवमेंट नीलेश मिसरा द्वारा, वर्षों पहले शुरू की गई एक पहल है| आप और हम कई वर्षों से इस मूवमेंट का हिस्सा रहे हैँ, जिसका उद्देश्य इसके सदस्यों को फिर से अपनी जड़ों से जोड़ना और उन्हें एक सरल, सहज एवं सम्पन्न जीवन की ओर मोड़ना है, ताकि वे एक स्वस्थ एवं दीर्घायु जीवन का आनंद ले सकें|
स्लो के तीन मुख्य स्तंभ हैं: स्लो कंटेंट (वीडियो, ऑडियो और प्रकाशित किताबें आदि), स्लो प्रोडक्ट्स (ग्रामीण हस्तकला उत्पाद) और स्लो एक्सपीरिएंस (अनुभवपूर्ण यात्राएँ और गतिविधियाँ)।
‘एका’ वेस्टलैंड बुक्स का भाषा इंप्रिंट है जिसके तहत भारतीय भाषाओं की कृतियों और अनुवादों को प्रकाशित किया जाता है। ‘एका’ के द्वारा कई जाने-माने लेखकों की किताबें प्रकाशित की गई हैं| ‘एका’ द्वारा प्रकाशित किताबें कई प्रसिद्ध अवॉर्ड्स की लॉन्गलिस्ट और शॉर्टलिस्ट में निरंतर अपनी जगह बनाती रही हैं।
स्लो इंप्रिंट के ज़रिये हमारा प्रयास हमेशा यही रहेगा कि हम अपने पाठकों तक साफ-सुथरा साहित्य पहुंचाएं जो उनके जीवन के मूलयों एवं विचारों को समृद्ध करे|
स्लो इंप्रिंट की इस इकाई को और इसकी पहली पांच किताबों को प्रकाशित करने हम मिलेंगे 18 नवंबर की शाम, दिल्ली के “Multipurpose Hall, India International Centre, Max Mueller Marg, New Delhi” में|
इस यात्रा की शुरुआत करने के लिए हम ला रहे हैँ पाँच नई किताबें!
1. “मैं अक्सर सोचता हूँ” – नीलेश मिसरा द्वारा लिखी कविताओं का पहला संकलन
2. “जंगली फूलों सी लड़की” – अनुलता राज नायर द्वारा लिखी, प्रेम और रिश्तों के इर्द-गिर्द घूमती कहानियों का संकलन
3. “गाँव से बीस पोस्टकार्ड” – एक गाँव का बच्चा बड़ा होकर भूविज्ञानी बन जाता है और चला जाता है अपने अद्भुत शोध कार्य के लिए विदेशी भूमि पर। लेकिन उसका गांव उसे सदा अपनी ओर खींचता है| मिसरा के पिता, श्री एस.बी. मिसरा एक लेखक, सामाजिक कार्यकर्ता और पूर्व भूविज्ञानी हैं। इस किताब में उनके अपने अनुभव, उपाख्यान और टिप्पणियाँ शामिल हैं|
4. “मैजिक बॉक्स” – खूबसूरत कहानियाँ बच्चों के लिए और साथ ही उन बड़ों के लिए जो दिल से आज भी बच्चे हैँ और बचपन से जुड़े रहना चाहते हैँ|
5. “कालजयी- कहानियाँ वेदों और पुरानों से” – हमारे शास्त्रों से चुनी गईं अद्भुत कहानियाँ जो आपको आपकी संस्कृति से जोड़े रखेंगी|
इन सभी किताबों को आप अभी दिए गए लिंक्स के ज़रिये pre-order कर सकते हैँ और पा सकते हैँ मौका अपने पसंदीदा कहानिकार, नीलेश मिसरा के साथ ऑनलाइन कॉफ़ी डेट का, किताब की साइंड कॉपी या पोस्टकार्ड् पाने का|
“गाँव कनेक्शन और एका का ये साझा प्रयास स्लो इंप्रिंट अलग-अलग आयु वर्ग और विधाओं के साहित्य को हम आप तक पहुँचा पाएगा। मैं स्लो इंप्रिंट की किताबों का लेखक और पाठक दोनों बनने के लिए बहुत उत्साहित हूँ।”- नीलेश मिसरा, लेखक, क़िस्सागो, शायर
नीलेश जी का कहना है, “आपका और मेरा जो यह रिश्ता है कहानियों का, उसको मज़बूत करने का बस एक और बहाना है यह इकाई… उन कहानियों को आपके हाथों में लाने का बस एक बहाना है, ताकि आप उन कहानियों को छू सकें| आपकी अलमारी में कहीं सज पाएं वो कहानियाँ| मैं जगह चाहता हूँ आपके घर में, आपकी अलमारियों में, आपके हाथों में!.. उम्मीद है यह रिश्ता अलग अलग तारीकों से और मज़बूत होता रहेगा!“
इस ही रिश्ते को और गहरा बनाने हम आ रहे हैँ आप के शहर आप से मिलने!
मिलकर कहानियों पर, किताबों पर और हमारे इस खूबसूरत रिश्ते पर चर्चा करेंगे! यह नई उपलब्धि आप सभी के साथ साझा करना चाहते हैँ| मिलने ज़रूर आइयेगा!
1 thought on “नीलेश मिसरा ने शुरू किया अपनी ब्राण्ड Slow का पब्लिशिंग हाउस, ला रहे हैं अपनी पहली कविताओं की किताब”
मैं आपकी कहानियों का बहुत बड़ा प्रशंषक रहा हूँ और आगे आपसे मिलने के लिए बहुत उत्साहित हूँ।