Author

Deeksha Choudhary

  • ऋषिकेश

    by Deeksha Choudhary

    अचानक यात्रा पर निकल जाने का सुख मुझे हमेशा ललचाता रहा है| अचानक मतलब एकदम अचानक! जैसे रात को देर से उठने का मन बनाकर सोऊं और सुबह जल्दी आँख खुल जाए…

  • कुंभलगढ़

    by Deeksha Choudhary

    यक़ीनन ये पहली यात्रा नहीं थी, मगर ख़ूबसूरत थी। मैं हैरान थी कि राजस्थान का ये हिस्सा अब तक अपरिचित कैसे रहा? मैं पहाड़ों के प्रेम में कितनी दूर तक भटकती रही…

  • मनाली

    by Deeksha Choudhary

    यात्राओं का सुख मुझे हमेशा अपनी ओर खींचता रहा है। मुझे अपने जीवन के तमाम बड़े आश्चर्य इन यात्राओं पर ही खड़े मिले, बाँहें फैलाए मेरा इंतज़ार करते हुए! मुझे ये बताते…

  • कहानीवाला (Kahaniwala) नौ बजे कहानी कहना शुरू करता। गाँव के बीचोंबीच वाली चौकी पर बैठक जमती। आसपास पानी छिड़का जाता, फिर लगती कतार से चारपाइयाँ और मूढ़े। उनके आने का…

  • ड़क किनारे खूब सारे रंग नज़र आये… लाल, पीला, हरा, काला। थोड़ी और पास गयी तो पता चला मूर्तियाँ (moortiyan) थीं। शायद उन रंगों का ही जादू था जिसने मुझे…