अचानक यात्रा पर निकल जाने का सुख मुझे हमेशा ललचाता रहा है| अचानक मतलब एकदम अचानक! जैसे रात को देर से उठने का मन बनाकर सोऊं और सुबह जल्दी आँख खुल जाए…
Author
Deeksha Choudhary
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यक़ीनन ये पहली यात्रा नहीं थी, मगर ख़ूबसूरत थी। मैं हैरान थी कि राजस्थान का ये हिस्सा अब तक अपरिचित कैसे रहा? मैं पहाड़ों के प्रेम में कितनी दूर तक भटकती रही…
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यात्राओं का सुख मुझे हमेशा अपनी ओर खींचता रहा है। मुझे अपने जीवन के तमाम बड़े आश्चर्य इन यात्राओं पर ही खड़े मिले, बाँहें फैलाए मेरा इंतज़ार करते हुए! मुझे ये बताते…
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कहानीवाला (Kahaniwala) नौ बजे कहानी कहना शुरू करता। गाँव के बीचोंबीच वाली चौकी पर बैठक जमती। आसपास पानी छिड़का जाता, फिर लगती कतार से चारपाइयाँ और मूढ़े। उनके आने का…
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ड़क किनारे खूब सारे रंग नज़र आये… लाल, पीला, हरा, काला। थोड़ी और पास गयी तो पता चला मूर्तियाँ (moortiyan) थीं। शायद उन रंगों का ही जादू था जिसने मुझे…