
मैं कोई ऐसा गीत गाऊं – एक शाम जावेद अख़्तर के साथ
दिसम्बर मेरा मनपसंद महीना है। गुलाबों का महीना…साल भर की

दिसम्बर मेरा मनपसंद महीना है। गुलाबों का महीना…साल भर की

कहानीवाला (Kahaniwala) नौ बजे कहानी कहना शुरू करता। गाँव के

ड़क किनारे खूब सारे रंग नज़र आये… लाल, पीला, हरा,

वो हरदिल अज़ीज़ हैं, वो ठुमरी क्वीन हैं, वो हमारी

बिस्मिल्लाह खान को गए हुए एक दशक से ज्यादा हो

दिसम्बर मेरा मनपसंद महीना है। गुलाबों का महीना…साल भर की

कहानीवाला (Kahaniwala) नौ बजे कहानी कहना शुरू करता। गाँव के

ड़क किनारे खूब सारे रंग नज़र आये… लाल, पीला, हरा,

वो हरदिल अज़ीज़ हैं, वो ठुमरी क्वीन हैं, वो हमारी

बिस्मिल्लाह खान को गए हुए एक दशक से ज्यादा हो